शब्द का अर्थ
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मेद (दस्) :
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पुं० [सं०√मिद् (चिकना होना)+अच्√मिद्+असुन्] १. शरीर के अन्दर की चरबी। वसा। २. शरीर में चरबी बढ़ने और बहुत मोटे होने का रोग। ३. नीलम की एक प्रकार की छाया। ४. कस्तूरी। ५. कस्तूर, केसर आदि के योग से बनाया जानेवाला एक प्रकार सुगंधित द्रव्य। ६. एक अंत्यज जाति जिसकी उत्पत्ति मनुस्मृति में वैदेहिक पुरुष और निषाद स्त्री से कही गई है। स्त्री०=मेदा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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